अंतर्राष्ट्रीय खिलाडी सोना तो उगलते हैं अपने देश के लिए , किन्तु राष्ट्रीय झंडे का सम्मान करने से क्यों चूक जाते है क्या उन्हें इतनी जल्दी , और ख़ुशी होती है कि वे मनको को भूल जाते है या इतने लापरवाह होते है कि मालूम ही नहीं पदता कि झंडे का प्रयोग कैसे किया जाये इस तस्वीर में कुछ इसी तरह का नज़ारा पेश कर रहे हैं टेनिस देव
जहाँ ख़ुशी सोना जीतने की है वंही दुःख है झंडे के अनुचित प्रयोग का . खेल के साथ इन्हें राष्ट्रीय ध्वज का प्रयोग भी सिखाना चाहिए तस्वीर दैनिक जागरण से ली गयी है.
देश को सम्मान दिलाने वालों को थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिये।
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