tag:blogger.com,1999:blog-640731898580733039.post8265153337264930056..comments2023-08-19T15:57:52.405+05:30Comments on गाँव: बुन्खाल में काली की पूजा और पशु संहारगिरधारी खंकरियालhttp://www.blogger.com/profile/07381956923897436315noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-640731898580733039.post-1365566368027747682015-01-16T17:33:43.680+05:302015-01-16T17:33:43.680+05:30उत्तम रचना उत्तम रचना Harshita Joshihttps://www.blogger.com/profile/04274397136761595526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-640731898580733039.post-7902503167463018552015-01-14T18:34:17.374+05:302015-01-14T18:34:17.374+05:30कालिंका देवी के बारे में बहुत अच्छी पौराणिक जानकार...कालिंका देवी के बारे में बहुत अच्छी पौराणिक जानकारी प्रस्तुति हेतु आभार!<br />इस बार कुछ लोगों ने बलि की कोशिश की लेकिन सख्ती के कारण रोक लगने में सफलता मिली है ..यद्यपि लोगों ने पहाड़ की चोटियों में जाकर जहाँ से देश का निशान दिखता है उसे देख बलि के खाडू, भैसों की बलि दी. अगले वर्ष ऐसी नौबत नहीं आये ऐसी उम्मीद है ..कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-640731898580733039.post-65837605583644338742010-12-20T12:28:46.810+05:302010-12-20T12:28:46.810+05:30इस सौन्दर्य के बीच जघन्यता।इस सौन्दर्य के बीच जघन्यता।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com